hindi search engine on internet बिना हिन्दी टाइप जाने इन्टरनेट पर हिन्दी में लिखें
इन्टरनेट की दुनिया बडी ही विशाल और अनन्त है, यह अंतरिक्ष के समान है,
जिसमें रोज एक नई खोज होती है, और अंतरिक्ष के समान ही यह जब से प्रकाश में
आया है, फैलता ही जा रहा है, बढता ही जा रहा है, यह इतना विशाल है, इसका
संग्रह इतना बडा है, कि इसमें से अपने मतलब की सामग्री खोजने के लिये सर्च
इंजनों का सहारा लेना पडता है, अगर सर्च इंजन या खोज यंत्र न हों तो
इन्टरनेट पर कुछ भी खोजना लगभग असम्भव हो जायेगा, आप अगर आज यह लेख पढ
रहे हैं तो वह किसी न किसी सर्च इंजन या खोज यंत्र के माध्यम से ही आप तक
पहॅुच सका है। 1996 में जब गूगल अस्तित्व में आया तो शायद ही किसी ने
सोचा होगा कि यह छोटा सा सर्च इंजन आज दुनिया के सबसे बडे और लोकप्रिय सर्च
इंजन के रूप में विख्यात हो जायेगा, आज दुनियॉ और भारत के ज्यादातर
व्यक्तियों का परिचय कम्प्यूटर से हो या ना हो, वह कप्यूटर चलाना जानता
हो या न जानता हो लेकिन वह गूगल को जरूर जानता होगा। इससे पता चलता है कि
सर्च इंजन हमारे लिये कितने महत्वपूर्ण हैं।
अभी
तक ज्यादातर सर्च इंजन अग्रेजी शब्दों को ही सर्च करने की सुविधायें
उपलब्ध कराते हैं, जिस कारण हिन्दी वेवसाइटों और ब्लाग को पाठक उपलब्ध
नहीं हो पाते, जिस कारण ज्यादातर लेखक हिन्दी में लेख लिखने से कतराते
हैं।
आइये जानते है सर्च इंजन कैसे काम करता है, जब आप कोई शब्द जिसे हम इन्टरनेट की भाषा में कीवर्ड कहते हैं, सर्च इंजन में बने सर्च बॉक्स में लिखते है और सर्च का बटन दबाते हैं, तो वह अपने डाटा में दर्ज साइटों में लिखे लेखों से उसका मिलान करता है, यदि आपका लिखा हुआ कीवर्ड जिनती भी साइटों में लिखे कीवर्ड यानी शब्दों से मैच हो जाता है तो सर्च इंजन उस साइटों की लिस्ट को सम्बन्धित लिंक के साथ आपके समक्ष प्रस्तुत कर देता है।
पाठक को अगर हिन्दी में कुछ सर्च कराना हो तो वह टाइप अंग्रेजी में ही करता हैं |
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अगर आप हिन्दी में लेख लिखते हैं तो आप भी कम पाठकों की समस्या से जूझ रहे होगें, इसका एक कारण और भी है पाठक को अगर हिन्दी में कुछ सर्च कराना हो तो वह टाइप अंग्रेजी में ही करता हैं, जिस कारण उसे रिजल्ट भी अंग्रेजी साइटों और ब्लाग के मिलते हैं और जिस कारण पाठक को भी जरूरी सामग्री खोजने में काफी समय लग जाता है। पाठक का अंग्रेजी में सर्च कराना लाजमी भी है अरे भाई सभी को तो हिन्दी टाइप नहीं आती है ना, और शायद ही कोई व्यक्ति होगा जो केवल सर्च कराने के लिये हिन्दी टाइपिंग सीखे।
अरे भाई सभी को तो हिन्दी टाइप नहीं आती है ना, और शायद ही कोई व्यक्ति होगा जो केवल सर्च कराने के लिये हिन्दी टाइपिंग सीखे। |
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हिन्दी सर्च की इस समस्या के समाधान के लिये मैं आज आपके सामने कुछ ऐसी
साइटों का उल्लेख कर रहा हॅू, जो हिन्दी साइटों और हिन्दी लेखों को सर्च
कराने की सुविधा उपलब्ध करा रहीं है। यह हिन्दी में लेख लिखने वाले के
लिये और हिन्दी में सर्च कराने वाले व्यक्तियों के लिये बहुत सुविधाजनक
हो सकती हैं।
हिंखोज डाट कॉम
इस साइट के होम पेज पर गूगल सर्च बार दिया गया है तथा साथ में हिन्दी
कीबोर्ड दिया गया है, जिस पर माउस के माध्यम से हिन्दी में टाइप कर सर्च
कराया जा सकता है। सर्च रिजल्ट गूगल द्वारा ही प्रदान किये जाते हैं।
गूगल हिन्दी सर्च
गूगल ने इस हिन्दी सर्च के क्षेत्र में अपनी पहल कर दी है, गूगल ने अपना नया सर्चबार लांच किया है, जिसमें हिन्दी सर्च के लिये हिन्दी कीबोर्ड की सुविधा दी गयी है।
हिन्दी स्टोर
इस हिन्दी सर्च इंजन में रोमन में लिखकर स्पेस दीजिए और थोड़ा सा इंतजार कीजिए वह हिन्दी में कर्न्वट हो जायेगा, फिर उसे दिये गये सर्च बाक्स पेस्ट करने से रिजल्ट प्राप्त हो जाते हैं।
रेपिड मंकी डाटकॉम
इसके होमपेज पर सर्चबार के साथ साथ हिन्दी वर्णमाला का पूरा कीबोर्ड दिया गया है, जिसे माउस के क्लिक कर लिखा जा सकता है।
यन्त्रम
इस हिन्दी सर्च इंजन में हिन्दी में टाइप करने के लिये टाइपिंग पैड और टाइपिंग सहायता जैसे टूल दिये गये हैं, जिनसे आप हिन्दी में टाइप कर सर्च करा सकते हो।
वेवदुनियॉ
वेवदुनियॉ के होमपेज पर एक सर्चबार दिया गया है, जो गूगल टान्सलेट तकनीक की सहायता से हिन्दी में टाइप करने की सुविधा देता है।
छोटू गूगल
यह सर्च इंजन कृति देव krutidev font में टाइपिंग कर सर्च कराने की सुविधा प्रदान करता है, इसके अलावा यूनिकोड फोन्ट में टाइप किया जा सकता है।
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